शब्द का अर्थ
|
बाली (लिन्) :
|
पुं० [सं० बाल+इनि] किष्किंधा का एक प्रसिद्ध वानर राजा जिसका वध भगवान राम ने किया था। स्त्री० [सं० बालिका] कानों में पहनने का एक तरह का वृत्ताकार आभूषण। स्त्री० [देश०] हथौड़े के आकार का कसेरों का एक औजार जिससे वे लोग बरतनों की कोर उभारते हैं। स्त्री०=बाल (अनाज की) वि० [हिं० ‘बाला’ का स्त्री० रूप०] नया। उदाहरण—पीव कारन पीली पड़ी बाला जोबन बाली बेस।—मीराँ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|